2047 शिखर सम्मेलन में भारत: बॉलीवुड के सबसे बड़े एक्टर्स में से एक और मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से पहचाने जाने वाले आमिर खान ने 6 मई को दिल्ली में हुए एबीपी नेटवर्क इंडिया @ 2047 शिखर सम्मेलन में शिरकत की. इस दौरान एक्टर ने अलग-अलग मुद्दों पर बात की.
आमिर खान की सितारे जमीन पर आने वाली है. ये फिल्म 20 जून को रिलीज होने जा रही है. फिल्म के बारे में सवाल पर उन्होंने फिल्म की थीम बताई. उन्होंने कहा कि फिल्म की थीम वही है जो तारे जमीन पर की थी. उन्होंने ये भी बोला कि उनकी फिल्म सितारे जमीन पर उस फिल्म से आगे की कहानी है और उसके 10 कदम आगे बढ़ चुकी है.
उन्होंने बताया कि उनका किरदार बेहद झगड़ालू है और उनका कैरेक्टर गुलशन पुरानी फिल्म तारे जमीन पर से एकदम उल्टा है. उन्होंने बताया कि ये कैरेक्टर ऐसा है कि इसके स्टूडेंट उसे सबक सिखाना चाहते हैं.
कैसी होगी सितारे जमीन पर
आमिर ने बताया कि सितारे जमीन पर पिछली फिल्म की तरह इमोशनल होने के बजाय कॉमेडी से भरी हुई है. इसमें उन्होंने हंसाते हुए मैसेज देने की कोशिश की है.
सरकार से किस तरह की मदद चाहते हैं आमिर खान
आमिर खान ने इस सवाल पर कहा कि अमेरिका और चीन जितने हमारे यहां बहुत से थिएटर्स नहीं हैं. सिर्फ 10000 स्क्रीन्स हैं हमारे देश में और उसमें से सिर्फ 5 हजार ही हैं हिंदी फिल्मों के बारे में. इसलिए उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि अगर थिएटर्स की संख्या बढ़ जाए तो बॉलीवुड को फायदा होगा.
इसके अलावा, उन्होंने ये भी कहा कि थिएटर्स बनाने में बहुत से लाइसेंस की जरूरत होती है. इसलिए उसे भी सरल किया जाना चाहिए और इसमें इनवेस्टमेंट करने वालों को टैक्स बेनिफिट भी मिले.
पहलगाम हमले पर क्या आमिर खान
आमिर खान ने कहा कि उन्हें यकीन है कि सरकार ऐसे कदम उठाएगी कि लोगों को न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि ये फैसला हमे सरकार पर ही छोड़ देना चाहिए कि पहलगाम पर मासूमों की जान लेने वालों के खिलाफ कैसा एक्शन लिया जाए. उन्होंने कहा कि उन्हें मोदी जी पर पूरा भरोसा है और वो जरूर लोगों को न्याय दिलाएंगे.
ओटीटी और बॉलीवुड की खराब हालत पर बोले आमिर खान
आमिर खान ने ओटीटी के फायदे गिनाते हुए ये भी बताया कि कायदे से फिल्म तुरंत रिलीज न होकर करीब 6 महीने बाद ओटीटी पर रिलीज होनी चाहिए क्योंकि अगर जल्दी रिलीज करेंगे तो थिएटर्स में लोग जाना कम कर देंगे.
उन्होंने बॉलीवुड की खराब हालत पर कहा कि हमें कुछ और भी नया और क्रिएटिव करने की जरूरत है. हमारे मेकर्स को और भी सीखना चाहिए.
बॉलीवुड के बिजनेस मॉडल पर भी बोले आमिर खान
उन्होंने ओटीटी को लेकर कहा कि जब लोगों को ऐसा लगता है कि थोड़ा और इंतजार कर लेते हैं घर में देख लेंगे, तो वो कई बार अच्छी फिल्मों को भी ऐसे ही छोड़ देते हैं. आमिर ने कहा इसी वजह से लोगों ने थिएटर जाना छोड़ दिया है. और ये असर कोरोना के बाद और बढ़ गया है क्योंकि लोगों को घर में देखने की आदत हो गई है. इसलिए फिल्म के थिएटर रिलीज और ओटीटी रिलीज के बीच लंबा गैप होना जरूरी है.
आमिर खान ने शेयर किए खुद से जुड़े मजेदार किस्से
आमिर खान ने एबीपी के मंच पर खुद से जुड़ा मजेदार किस्सा भी बताया. उन्होंने कहा कि जब वो गुलाम की शूटिंग कर रहे थे तब सीन में परफेक्शन लाने के लिए वो कई दिनों तक नहीं नहाए थे क्योंकि उसे सीन के लिए उन्हें खराब हालत में दिखना था.
आमिर क्यों करते हैं 3 साल के गैप में फिल्में
आमिर खान करीब 3 साल बाद सितारे जमीन पर लेकर आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी फिल्मों के बीच गैप इसलिए रहता है क्योंकि वो हर फिल्म के बीच में इतना गैप रखते हैं और अपना पूरा टाइम फिल्म के साथ-साथ फैमिली पर भी फोकस करने में लगाते हैं. उन्होंने बताया कि उनके अंदर ये बदलाव कोरोना के बाद आया है.
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