बेंगलुरु भगदड़: बेंगलुरु में भगदड़ की वजह से 11 लोगों की मौत हो गई. फैंस रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की खिताबी जीत के बाद जश्न मनाने पहुंचे थे, लेकिन चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई. इस हादसे के बाद से कर्नाटक सरकार सवालों के घेरे में है. कई राजनीतिक पार्टियों ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का इस्तीफा मांगा है. इस पर कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया.
बेंगलुरु भगदड़ की घटना पर कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा, “जो जिम्मेदार अधिकारी है, उन्हें हमने निलंबित कर दिया है. अभी न्यायिक जांच हो रही है. उसमें जो कुछ भी सबूत सामने आएंगे, उसके आधार पर हम कार्रवाई करेंगे.”
उन्होंने आगे कहा, “यदि भाजपा इस घटना को लेकर (राज्य के)गृह मंत्री, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा मांग रही है तो उसी मानदंड से, उसी नियम के अनुसार पहले योगी आदित्यनाथपहलगाम की घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाहविदेश नीति पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर और प्रधानमंत्री का भी इस्तीफा मांगना चाहिए. हमारे लिए अलग और भाजपा के लिए अलग नियम नहीं हो सकते.”
हादसे के बाद एक्शन में कर्नाटक के मुख्यमंत्री
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के सामने हुई भगदड़ के मामले में बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया. इसके साथ ही, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सीमांत कुमार सिंह को अगले आदेश तक बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्त कर दिया गया.
मुख्यमंत्री ने मामले की जांच कर्नाटक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश माइकल कुन्हा की अध्यक्षता वाले एक-सदस्यीय न्यायिक आयोग को सौंपते हुए, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी), डीएनए इवेंट मैनेजर्स और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के प्रतिनिधियों की गिरफ्तारी का भी आदेश दिया है.