भारत महाशक्ति में बदल रहा है: पिछले एक दशक में मोदी सरकार के कार्यकाल में देश ने रक्षा क्षेत्र में ऐसे हथियार और मिसाइलों को तैयार किया है जो अभी तक रूस, अमेरिका और चीन जैसे चुनिंदा देशों के पास थे. इस दौरान भारत ने अपनी वैश्विक स्थिति को फिर से निर्धारित करने के लिए एक परिवर्तन किया है. एक विकासशील देश से भारत आज एक महाशक्ति में बदल रहा है और रक्षा, अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी में लगातार आगे बढ़ा रहा है.
मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसी पहलों के माध्यम से आत्मनिर्भरता, नवाचार और तकनीकी उन्नति पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने से देश को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और क्षमताओं के अभिजात वर्ग में आगे बढ़ा है. स्वदेशी अनुसंधान की संस्कृति को बढ़ावा देकर, सार्वजनिक-निजी भागीदारी को मजबूत करके और विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रणनीतिक निवेश को प्राथमिकता देकर, भारत अब केवल एक भागीदार नहीं है, बल्कि वैश्विक क्षेत्र में एक अग्रणी है.
पिछले एक दशक में इन खास और खतरनाक हथियारों को भारत ने किया तैयार
1. लेजर-आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार प्रणाली (डीईडब्लू): रविवार (13 अप्रैल) को भारत ने एक लेजर-आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार प्रणाली के परीक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किए. ये वेपन, फिक्स्ड-विंग और स्वार्म ड्रोन को काउंटर करने में सक्षम है. इस उपलब्धि के साथ, भारत उन चार देशों में शामिल हो गया है जो इस तरह की उन्नत क्षमता रखते हैं: रूस, अमेरिका और चीन.
2. हाइपरसोनिक मिसाइल: वर्ष 2024 में, डीआरडीओ ने देश की पहली लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया, जो पारंपरिक और परमाणु वारहेड दोनों को एक दूरी से अधिक ले जा सकती है. इस मिसाइल को दागने के बाद भी टारगेट को बदला जा सकता है. ये मिसाइल, ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक गति से उड़ती है.
3. मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक: पिछले साल यानी 2024 में भारत ने एमआईआरवी तकनीक के साथ अग्नि-V मिसाइल का सफल परीक्षण किया था, जिससे एक ही मिसाइल पर कई परमाणु वारहेड तैनात करने की क्षमता बढ़ गई.
4. नौसेना बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (बीएमडी) क्षमता: वर्ष 2023 में भारत ने एक समुद्र-आधारित एंडो-वायुमंडलीय इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया. इस परीक्षण से भारत, बीएमडी-नौसेना क्षमता वाले एलीट-देशों की श्रेणी में शामिल हो गया.
5. स्वदेशी मानव रहित हवाई वाहन: भारत ने स्वदेशी मानव रहित हवाई वाहन (पायलट-लेस एयरक्राफ्ट) का सफल उड़ान परीक्षण किया, जो देश में प्रौद्योगिकी तत्परता स्तरों की परिपक्वता का प्रमाण है.
6. मिशन शक्ति: 2019 में भारत ने मिशन शक्ति के माध्यम से एक एंटी-सैटेलाइट (ए-सैट) मिसाइल का सफल परीक्षण किया. ये क्षमता भी दुनिया के चुनिंदा देशों के पास है.
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