15 जनवरी से प्रशिक्षु छात्र करेंगे अस्पताल इंटर्नशिप की शुरुआत।
राजकीय फार्मेसी महाविद्यालय, पावापुरी (नालंदा) के प्रथम बैच (2021-23) के द्वितीय वर्ष की प्रायोगिक परीक्षा सफलतापूर्वक एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हो गई है। यह परीक्षा पूरी तरह से कदाचार मुक्त रही। अब महाविद्यालय के 43 प्रशिक्षु छात्र-छात्राएं
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इंटर्नशिप के लिए छात्रों को भगवान महावीर इंस्टिट्यूट एंड मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल, पावापुरी, राजकीय डेंटल कॉलेज, भागन बिगहा, तथा सदर अस्पताल, बिहारशरीफ भेजा जाएगा। यहां वे फार्मेसी से संबंधित क्लिनिकल और प्रायोगिक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
प्राचार्य ने दी शुभकामनाएं
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर राकेश रंजन ने छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और इंटर्नशिप के दौरान 100% उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण उनके व्यावसायिक कौशल को निखारने में सहायक होगा।
500 घंटे का होगा प्रशिक्षण।
अनुशासन और ज्ञान पर बल
सहायक प्राध्यापक डॉ. पीयूष चंद्रा ने छात्रों को अनुशासन के साथ इंटर्नशिप पूरी करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “एक प्रशिक्षित फार्मासिस्ट का दवाओं की सटीक जानकारी होना बेहद आवश्यक है। इसलिए, आप सभी अपने प्रशिक्षण को गंभीरता और समर्पण के साथ पूरा करें।”
बाह्य परीक्षकों के रूप में सहायक प्राध्यापक कुमार अभिषेक, आलोक कुमार, अंशु राज कृष्णा प्रसाद मेहता, हरीश कुमार सिंह ने प्रायोगिक सत्रप्रायोगिक परीक्षा के दौरान छात्रों से दवाओं की देखरेख, डोज़ फॉर्म, भंडारण, तैयार करने और वितरण से संबंधित प्रश्न मौखिक और लिखित रूप से पूछे गए। इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक नूपुर माधवी, मृणाल आर्यन उपस्थित रहें।
प्रशिक्षण की शुरुआत 15 जनवरी से
15 जनवरी 2025 से प्रशिक्षु छात्र-छात्राएं इंटर्नशिप के लिए विभिन्न अस्पतालों में भेजे जाएंगे। मौके पर प्रशिक्षु छात्र विकाश कुमार, निरंजन कुमार, ओमप्रकाश कुमार ,बिरजू कुमार, , विवेक कुमार, अभय कुमार, आदित्य कुमार,मुकेश कुमार,आकाश कुमार समेत कई अन्य उपस्थित थे। इस सफल आयोजन में फार्मासिस्ट अमरेंद्र कुमार और महाविद्यालय के कर्मचारी धीरज कुमार, सूरज कुमार ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।